abhi
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नाम वो ही कर गए जो हुए बदनाम,
कल के कल्लू चोर आज नेता कालूराम
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सबकुछ अपना ले गए इंग्लिश साहेब – मेम,
बचाकुचा ले जाएँगे आगे अंकल सैम
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लोकतंत्र की देश में उखड रही है सांस,
ओढ़ शेर की खाल को गधे चर रहे घास
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(सत्ता बदलने पर) करवाते वो जाँच करपसून नई कुर्सी में बैठ,
नेताजी की बोली में इसको कहते टिट फॉर टेट
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राह चलत नेताजी को मिला चराग़े जिन
शक्तिमान नेताजी ने उसकी कर दी विश पूरी तीन
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